2.5 अरब साल पुरानी यह रूसी कभी प्राचीन जीवन का हिस्सा थी। इन रिसर्चर्स के विश्लेषण और निष्कर्ष को ओरे जियोलॉजी रिव्यूज जर्नल में प्रकाशित किया गया है। इस रिसर्च को वाटरलू में पृथ्वी और पर्यावरण विज्ञान के प्रोफेसर क्रिस याकिमचुक के नेतृत्व में सात शोधकर्ताओं की टीम ने किया है।
ओट्टावा
कनाडा में वाटरलू यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स की एक टीम ने प्राचीन रूबी की खोज की है। दावा किया जा रहा है कि 2.5 अरब साल पुरानी यह रूसी कभी प्राचीन जीवन का हिस्सा थी। इन रिसर्चर्स के विश्लेषण और निष्कर्ष को ओरे जियोलॉजी रिव्यूज जर्नल में प्रकाशित किया गया है। इस रिसर्च को वाटरलू में पृथ्वी और पर्यावरण विज्ञान के प्रोफेसर क्रिस याकिमचुक के नेतृत्व में सात शोधकर्ताओं की टीम ने किया है।
टीम ने रूबी के नमूने का किया परीक्षण
इस टीम ने रूबी के निर्माण के लिए आवश्यक शर्तों और भूविज्ञान की कई बारीकियों का अध्ययन किया। उन्होंने ग्रीनलैंड में मिले उस दुर्लभ रूबी को भी देखा, जिसमें अबतक का सबसे पुराना जीवाश्म मिला है। टीम ने रूबी के एक नमूने को भी टेस्ट किया, जिसमें शुद्ध कार्बन से बनने वाला एक खनिज ग्रेफाइट मिला है। इस आधार पर रिसर्च टीम ने दावा किया है कि ग्रेफाइट प्रारंभिक जीवन का अवशेष है।
कार्बन एटम के आइसोटोप कंपोजिशन को भी देखा
टीम ने कार्बन एटम के आइसोटोप कंपोजिशन की प्रापर्टी का भी अध्ययन किया। इससे अलग-अलग कार्बन एटम के बीच की सापेक्षता को मापा गया। एक बयान में रिसर्च टीम ने बताया कि सभी कार्बन एटम में से 98 फीसदी से अधिक में 12 एटमिक मास यूनिट होती है। इसके अलावा कुछ कार्बन एटम ऐसे भी होते हैं जो 13 या 14 एटमिक मास यूनिट के द्रव्यमान के साथ आते हैं।
रूबी मेें सायनोबैक्टीरिया की उपस्थिति
प्रोफेसर क्रिस याकिमचुक ने एक बयान में कहा कि जीवित पदार्थ में अधिकांश हल्के कार्बन परमाणु होते हैं, क्योंकि वे कोशिकाशों में शामिल होने के लिए कम उर्जा लेते हैं। हालांकि, रूबी के अंदर पाए जाने वाले ग्रेफाइट में कार्बन-12 की बढ़ी हुई मात्रा के आधार पर वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि कार्बन परमाणु कभी प्राचीन जीवन से संबंधित थे। सबसे अधिक संभावना है कि इसका संबंध मृत सूक्ष्मजीव जैसे सायनोबैक्टीरिया से है।
2.5 अरब साल पुरानी है रूबी
अध्ययन में यह भी बताया गया है कि चट्टानों में पाए जाने वाले ग्रेफाइट के 2.5 अरब वर्ष से अधिक पुराने होने का अनुमान है। उस प्राचीन समय के दौरान, वातावरण में ऑक्सीजन आज के जितनी प्रचुर मात्रा में नहीं थी। उस समय जीवन सिर्फ सूक्ष्मजीवों और शैवाल में ही मौजूद था। याकिमचुक ने कहा कि रूबी के अंदर मिला ग्रेफाइट वास्तव में अद्वितीय है। हालांकि, यह पहली बार हुआ है कि किसी रूबी के अंदर प्राचीन जीवन के प्रमाण मिले हैं।
है कि किसी रूबी के अंदर प्राचीन जीवन के प्रमाण मिले हैं।
More Stories
पैट-21 हुए धांधली के खिलाफ दूसरे दिन भी जारी रहा आमरण अनशन…
नोटबंदी 2.0 – RBI का बड़ा फैसला अब नहीं छपेंगे 2000 के नोट…
KissanPro won the Best Agritech Startup for industry partnership award…